Jcert Class 9 Science Chapter 6 Question And Answer ऊतक Chapter 6 विज्ञान

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पाठ्यपुस्तक प्रश्न-उत्तर पृष्ठ संख्या - 77


 Q1. ऊतक क्या है?


उत्तर : 

शरीर के अन्दर ऐसी कोशिकाओं के समूह जो एक समान हो तथा वे एक विशेष कार्य करती हो। उसे ऊतक कहते हैं 



Q2. बहुकोशिक जीवों में ऊतकों का क्या उपयोग है?


उत्तर : 

बहुकोशिकीय जीवों में ऊतकों का उपयोग विशेष कार्यों को संपन्न कराने में होता है और उत्तक पेड़ पौधों को स्थिरता प्रदान करते हैं उन्हें सहारा और मजबूती भी देते हैं। बहुकोशिकीय जीवों में लाखों कोशिकाएं होती है जो एकसाथ मिलकर ऊतकों के रूप में विशेष कार्यों को संपन्न कराते हैं।



पाठ्यपुस्तक प्रश्न-उत्तर पृष्ठ संख्या - 83


Q1. सरल ऊतकों के कितने प्रकार हैं?

उत्तर : 

सरल ऊतक तीन प्रकार के होते हैं- 

(1) पैरेन्काइमा, 

(2) कॉलेन्काइमा, 

(3) स्क्लेरेन्काइमा



Q2. प्ररोह का शीर्षस्थ विभज्योतक कहाँ पाया जाता है?

उत्तर : 

पौधों के जिस जिस हिस्सों में तेज़ वृद्धि कि ज़रूरत होता है उस हिस्सों में प्ररोह का शीर्षस्थ विभज्योतक पाया जाता है। जैसे कि तना शाखाओं और जड़ के शीर्ष भाग में पाया जाता है।



Q3. नारियल का रेशा किस ऊतक का बना होता है?

उत्तर : 

नारियल का रेशा स्क्लेरेन्काइमा ऊतक (दृढ़ ऊतक) का बना होता है।



Q4. फ़्लोएम के संघटक कौन-कौन से हैं?

उत्तर : 

फ्लोएम के चार अवयव हैं: 

(i) चालनी नलिकाएँ, 

(ii) साथी कोशिकाएँ, 

(iii) फ्लोएम मृदूतक  

(iv) फ्लोएम तंतु।



पाठ्यपुस्तक प्रश्न-उत्तर पृष्ठ संख्या - 87


Q1. उस ऊतक का नाम बताएँ जो हमारे शरीर में गति के लिए उत्तरदायी है।


उत्तर : 

पेशीय ऊतक(muscle tissue) हमारे शरीर में गति के लिए उत्तरदायी है।



Q2. न्यूरॉन देखने में कैसा लगता है?


उत्तर : 

न्यूरॉन (तन्त्रिका कोशिका) एक आलपिन या लम्बी धागे जैसी प्रतीत होती है। न्यूरॉन का मुख्य भाग कोशिकाकाय (cyton) कहलाता है।



Q3. हृदय पेशी के तीन लक्षणों को बताएँ ।


उत्तर :  

हृदय पेशी के तीन लक्षणों निम्नलिखित है |

(i) हृदय पेशी अनैच्छिक पेशियों से बनती है । इन्हे हृदयक ( cardiac ) पेशी कहते है । 

(ii) यह बेलनाकार , शाखाओं वाली और एक केन्द्रकीय होती है । 

(iii) यह जीवन भर लयबद्ध होकर प्रसार एवं संकुचन करती है ।



Q4. एरिओलर ऊतक के क्या कार्य हैं?


उत्तर : 

एरिओलर ऊतक के निम्नलिखित कार्य है :- 

(i) यह अंगों के भीतर खाली जगह को भरता है।

(ii) आतंरिक अंगों को सहारा प्रदान करता है।

(iii) ऊतकों की मरम्मत में सहायता करता है।



अभ्यास प्रश्न-उत्तर 


 Q1. ऊतक को परिभाषित करें।


उत्तर : 

 शरीर के अन्दर ऐसी कोशिकाओं के समूह जो एक समान हो तथा वे एक विशेष कार्य करती हो। उसे ऊतक कहते हैं | अधिकांशतः ऊतकों का आकार एवं आकृति एक समान होती है। परन्तु कभी-कभी कुछ उतकों के आकार एवं आकृति में असमानता पाई जाती है, किन्तु उनकी उत्पत्ति एवं कार्य समान ही होते हैं।



 Q2. कितने प्रकार के तत्व मिलकर जाइलम ऊतक का निर्माण करते हैं? उनके नाम बताएँ।


उत्तर :  

चार प्रकार के तत्व मिलकर जाइलम ऊतक का निर्माण करते हैं? उनके नाम निम्नलिखित है :-

(i) ट्रेकीड (वाहिनिका)

(ii) वाहिका

(iii) जाइलम पैरेन्काइमा

(iv) जाइलम फाइबर (रेशे)



 Q3. पौधों में सरल ऊतक जटिल ऊतक से किस प्रकार भिन्न होते हैं?


उत्तर : 

सरल ऊतक एक ही प्रकार की कोशिकाओं से मिलकर बना होता है | और इसमे जीवित कोशिकाएँ पाई जाती है | जबकि जटिल ऊतक एक से अधिक प्रकार की कोशिकाऔ से मिलकर बना होता है | जिसमे अधिकतर कोशिकाएँ मृत होती है |

 


 Q4. कोशिका भित्ति के आधार पर पैरेन्काइमा, कॉलेन्काइमा और स्क्लेरेन्काइमा के बीच भेद स्पष्ट करें।


उत्तर :

S.Noपैरेन्काइमाकॉलेन्काइमास्क्लेरेन्काइमा
1.पैरेन्काइमा सरल कोशिकाओं का बना होता है | जिनकी कोशिका भित्ति पतली होती है।कॉलेन्काइमा की कोशिकाएँ अनियमित रूप से कोनों पर मोटी होती हैं। स्क्लेरेन्काइमा ऊतक की भित्ति लिग्निन के कारण मोटी होती है
2.इसकी कोशिकाओं के बीच काफी खाली स्थान होता है जिसे अंतराकोशिकीय स्थान कहते है।  इनकी कोशिकाओं के बीच बहुत कम स्थान होता है अर्थात अंतराकोशिकीय स्थान नहीं होता है।कोशिका के भीतर कोई आंतरिक स्थान नहीं होता। 
3.यह भोजन संग्रहण का कार्य करता है। यह लचीलापन प्रदान करता है|यह मजबूती प्रदान करता है।




 Q5. रंध्र के क्या कार्य हैं?


उत्तर : 

रंध्र के कार्य निम्न प्रकार से है : 

1. रंध्र (stomata) प्रकाश संश्लेषण (photosynthesis) तथा श्वसन (respiration) के दौरान गैसीय आदान-प्रदान में सहायक होता है। 

2. वाष्पोत्सर्जन (transpiration) के दौरान भी जलवाष्प रंध्र (स्टोमेटा) से होकर ही बाहर निकलती है।



 Q6. तीनों प्रकार के पेशीय रेशों में चित्र बनाकर अंतर स्पष्ट करें।


उत्तर : 

(i) रेखित पेशी : ये पेशियाँ लंबी एवं शाखाओ से रहित होती है। इन पेशियों को हम अपनी इच्छा के अनुसार गति करा सकते हैं या उनकी गति को रोक सकते हैं। ये पेशियाँ सामान्यतः हमारे हाथ और पैर में मौजूद होती हैं। ये सीधे कंकाल से जुडी होती है।

(i) अरेखित पेशी : ये पेशियाँ लंबी परंतु इसके सिरे नुकीले होते है। अरेखित पेशियाँ हमारी उन गतिविधियों को नियंत्रित करती हैं जिन्हें हम स्वयं संचालित नहीं कर सकते है। ये पेशियाँ हमारी आँख की पलक, मूत्रवाहिनी आदि में पायी जाती हैं। ये हमारी आंतरिक अंगों की दीवारों में होती है।

(i) कार्डिक पेशी : कार्डिक पेशियाँ छोटी और चपटे सिरे वाली होती है। ये जीवन भर प्रसार तथा संकुचन करती रहती हैं। इन्हें अनैच्छिक पेशियाँ भी कहते है। ये हमारे हृदय में पायी जाती हैं और हृदय की दीवारों में पाई जाती है।





 Q7. कार्डिक (हृदयक) पेशी का विशेष कार्य क्या है?


उत्तर : 

कार्डिक पेशियाँ जीवन भर लयबद्ध तथा थकान रहित होकर फैलती एवं सिकुड़ती रहती है। इनके माध्यम से ही रक्त पूरे शरीर तक पहुंच पाता है।



 Q8. रेखित, अरेखित तथा कार्डिक (हृदयक) पेशियों में शरीर में स्थित कार्य और स्थान के आधार पर अंतर स्पष्ट करें।


उत्तर : 

आधाररेखित पेशीयांअरेखित पेशीयांहृदय पेशी
स्थितये ऐच्छिक होती है।इनमें गहरे तथा हल्के रंग की पट्टियां होती हैं इसलिए इन्हें रेखित पेशीयां कहते हैं।यह लंबी बेलनाकार, शाखारहित और बहुनाभीय होती हैं।ये अनैच्छिक होती है।इनमें गहरे तथा हल्के रंग की पट्टियां  नहीं होती। इसलिए इन्हें अरेखित पेशीयां कहते हैं।यह लंबी , एक केंद्रकीय और एक सिरे से नु
कीली होती है।
ये अनैच्छिक होती है। इनमें धारियां अथवा गहरे तथा हल्के रंग की पट्टियां होती है।।ये बेलनाकार ,शाखाओं वाली और केंद्रकीय होती है।
कार्यशरीर को इच्छा अनुसार गति प्रदान करती हैं।  जंतु की इच्छा पर संचालित नहीं होती हैं । पेशियां स्वंय इन की गति नियंत्रित करती है।पेशिया स्वयं नियंत्रित करके के ह्रदय की धड़कन बनाए रखता है। 
स्थानयह प्राय: हाथ , पैर और अस्थियों से जुड़ी होती है। यह आंख की पलकों, मूत्र वाहिनी और फेफड़ों की श्वसनी में होती हैं।यह हृदय में पाई जाती है।




 Q9. न्यूरॉन का एक चिह्नित चित्र बनाएँ ।


उत्तर :



 Q10. निम्नलिखित के नाम लिखें:

(a) ऊतक जो मुँह के भीतरी अस्तर का निर्माण करता है। 

(b) ऊतक जो मनुष्य में पेशियों को अस्थि से जोड़ता है। 

(c) ऊतक जो पौधों में भोजन का संवहन करता है। 

(d) ऊतक जो हमारे शरीर में वसा का संचय करता है। 

(e) तरल आधात्री सहित संयोजी ऊतक।

(f) मस्तिष्क में स्थित ऊतक । 


उत्तर : 

(a) ऊतक जो मुँह के भीतरी अस्तर का निर्माण करता है। - शल्की एपीथीलियम (squamous epithelium)

(b) ऊतक जो मनुष्य में पेशियों को अस्थि से जोड़ता है। - कंडरा (Tendons)

(c) ऊतक जो पौधों में भोजन का संवहन करता है। - फ्लोएम (phloem)

(d) ऊतक जो हमारे शरीर में वसा का संचय करता है। - वसामय उत्तक (Adipose tissue)

(e) तरल आधात्री सहित संयोजी ऊतक। - रक्त (Blood)

(f) मस्तिष्क में स्थित ऊतक । - न्यूरॉन (Neuron)



Q11. निम्नलिखित में ऊतक के प्रकार की पहचान करें: त्वचा, पौधे का वल्क, अस्थि, वृक्कीय नलिका अस्तर संवहन बंडल |


उत्तर : 

(i) त्वचा: स्तरित शल्की एपिथीलियम। 

(ii) पौधे का वल्कुट: सरल स्थायी ऊतक पैरेन्काइमा। 

(iii) अस्थि: संयोजी कंकाल ऊतक अस्थि। 

(iv) वृक्कीय नलिका अस्तर: घनाकार एपिथीलियम।



 Q12. पैरेन्काइमा ऊतक किस क्षेत्र में स्थित होते हैं?


उत्तर : 

पैरेन्काइमा ऊतक पौधों के कोमल और नर्म भागो में पाया जाता है।यह एपिडर्मिस के नीचे स्थित होता है।



Q13. पौधों में एपिडर्मिस की क्या भूमिका है?


उत्तर : 

एपिडर्मिस पौधे के सभी भागों की बाहरी रूप से रक्षा करती है। ये जल का क्षय रोकने के लिए मोम जैसी एक परत का निर्माण करती है तथा परजीवी, कवक के प्रवेश से पौधों की रक्षा करती हैं।



 Q14. छाल (कॉर्क) किस प्रकार सुरक्षा ऊतक के रूप में कार्य करता है? 


उत्तर : 

छाल की भित्ति पर सुबेरिन नामक पदार्थ होता है जो इन छालों को जल विरोधी बनाता है। जिस कारण यह जल को बाहर आने से रोकती है| और इस प्रकार छाल सुरक्षा ऊतक के रूप में कार्य करता है।



Q15. निम्न दी गई तालिका को पूर्ण करें:



उत्तर : 



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